कोई शिकवा भी नहीं
कोई शिकायत भी नहीं
और तुम्हे हमसे वो पहली सी
मोहब्बत भी नहीं
कोई शिकवा भी नहीं
कोई शिकायत भी नहीं
और तुम्हे हमसे वो पहली सी
मोहब्बत भी नहीं
कोई शिकवा भी नहीं
प्यार के वादे वफ़ा
होने के दिन आये है
प्यार के वादे वफ़ा
होने के दिन आये है
ये न समझाओ खफा
होने के दिन आये है
रूठ जाओगे तो कुछ दूर
क़यामत भी नहीं
और तुम्हे हमसे वो पहली सी
मोहब्बत भी नहीं
कोई शिकवा भी नहीं
हम वही अपनी वफ़ा
अपनी मोहब्बत है वही
हम वही अपनी वफ़ा
अपनी मोहब्बत है वही
तुम जहाँ बैठ गए
अपनी तो जन्नत है वही
और दुनिआ में किसी चीज़
की चाहत भी नहीं और तुम्हे
हमसे वो पहली सी
मोहब्बत भी नहीं
कोई शिकवा भी नहीं
कोई शिकायत भी नहीं
और तुम्हे हमसे वो पहली सी
मोहब्बत भी नहीं
कोई शिकवा भी नहीं